
बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी में भारत मुश्किल में, सिरीज़ बचाने का दबाव
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम न केवल सिरीज़ में 1-2 से पीछे है, बल्कि टीम के अंदरूनी हालात भी चर्चा का विषय बन गए हैं। सिडनी में तीन जनवरी से शुरू हो रहे टेस्ट से पहले हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा की ग़ैर-मौजूदगी पर बात की।
गंभीर ने कहा, “रोहित के साथ सब ठीक है। हेड कोच यहाँ है, इतना काफ़ी होना चाहिए। टॉस से पहले पिच देखने के बाद तय करेंगे कि वह प्लेइंग इलेवन में होंगे या नहीं।” उनके इस बयान ने रोहित के खेलने को लेकर संदेह पैदा कर दिया है।
इंडिया के ड्रेसिंग रूम में तनाव का माहौल
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल तनावपूर्ण रहा। बताया गया कि कोच गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों को कड़ी फटकार लगाई। हालांकि, बीसीसीआई या टीम प्रबंधन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।गंभीर ने कहा, “ड्रेसिंग रूम की बात बाहर नहीं जानी चाहिए।” लेकिन अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक़, टीम के भीतर रोहित की फॉर्म और फिटनेस को लेकर असंतोष बढ़ रहा है।

कप्तान रोहित की ख़राब फॉर्म चिंता का विषय
रोहित शर्मा के पिछले नौ टेस्ट मैचों में प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा है। वह 10.93 की औसत से रन बना पाए हैं, जबकि इस सिरीज़ में उनका औसत केवल 6.2 है। मेलबर्न टेस्ट के बाद रोहित ने भी स्वीकार किया कि वह टीम के लिए अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं।उन्होंने कहा था, “यह जहनी तौर पर परेशान करने वाला है। लेकिन जब तक शरीर, पैर और दिमाग़ मेरा साथ दे रहे हैं, मैं खेलना चाहता हूँ।“
कोच गंभीर के जवाबों से उठे सवाल
गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने जवाबों से यह संकेत दिया कि रोहित को ड्रॉप करने का फैसला किया जा सकता है। पत्रकारों के सवालों के जवाब में उनका अंदाज़ ऐसा था जैसे वह कह रहे हों, “बॉस मैं हूँ।”
पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा, “अगर रोहित रन नहीं बना पाते हैं, तो वह खुद रिटायरमेंट ले सकते हैं। वह टीम के लिए कभी बोझ नहीं बनना चाहेंगे।“
भारतीय टीम की कप्तानी को लेकर चर्चा
अगर रोहित सिडनी टेस्ट में नहीं खेलते हैं, तो कप्तानी का जिम्मा जसप्रीत बुमराह को सौंपा जा सकता है। लेकिन गंभीर और विराट कोहली के दिल्ली कनेक्शन को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।
क्या शर्मा का करियर खतरे में?
भारतीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई दौरा हमेशा बड़े स्टार्स के करियर को प्रभावित करता आया है। एमएस धोनी, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी इसका उदाहरण हैं। अब यह देखना बाकी है कि रोहित शर्मा का करियर भी इसी कड़ी में जुड़ता है या नहीं।
रोहित शर्मा के फैन की नज़रें सिडनी टेस्ट पर
रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट में खेलेंगे या नहीं, इसका फैसला टॉस के वक्त होगा। उनके प्रदर्शन और चयन से न केवल इस सिरीज़ का बल्कि उनके टेस्ट करियर का भविष्य भी तय होगा।