
सरकार की बेरुखी से नाराज किसान ने दी जान, आंदोलन को समर्थन बढ़ा
दिल्ली। हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में गुरुवार को दुखद घटना घटी। तरनतारन जिले के पहूविंड गांव निवासी 55 वर्षीय किसान रेशम सिंह ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। रेशम सिंह को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।परिवार का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की मांगें पूरी नहीं करती, रेशम सिंह का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। उनकी पत्नी दविंदर कौर और बेटे इंद्रजीत सिंह ने इस बात की पुष्टि की है।किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सभरां ने कहा कि रेशम सिंह की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने सरकार से 25 लाख रुपये मुआवजा, सामूहिक कर्ज माफी और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
डल्लेवाल का अनशन 45वें दिन भी जारी
इसी बीच खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन लगातार 45वें दिन भी जारी है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। आंदोलन स्थल पर गीजर फटने की घटना में एक किसान गुरदयाल सिंह झुलस गए। उन्हें समाना के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।