
राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा क्षेत्र के हड़वा गांव में गुरुवार रात एक विवादित घटना सामने आई, जब सोलर प्लांट मुआवजे को लेकर विधायक रविंद्र सिंह भाटी और पूर्व सरपंच प्रतिनिधि अनोप सिंह राठौड़ के बीच तीखी बहस हुई। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की झलक मिल रही है।
क्या है सोलर प्लांट मुआवजा विवाद
यह विवाद सोलर कंपनी द्वारा किसानों की जमीन अधिग्रहण और उचित मुआवजा न देने से जुड़ा है। हड़वा गांव में सोलर बिजली कंपनी किसानों की जमीन पर खंभे और तार बिछाने का काम कर रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनी ने उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया। कई मामलों में बिना टोकन मनी दिए ही काम शुरू कर दिया गया। इस अन्याय के खिलाफ ग्रामीण 5 दिसंबर से धरने पर बैठे हैं।
विधायक और पूर्व सरपंच प्रतिनिधि आमने-सामने
वायरल वीडियो में विधायक रविंद्र सिंह भाटी पूर्व सरपंच प्रतिनिधि अनोप सिंह राठौड़ पर दलाली के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दिख रहे हैं। विधायक गुस्से में यह कहते हुए नजर आए, “चुप रहो, कौन दलाली करता है? आपको ही पैसे चाहिए, बाकी गांव वालों को काम नहीं चाहिए?”
दूसरी ओर, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि अनोप सिंह राठौड़ ने विधायक और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि विधायक दादागिरी और ठेकेदारों के साथ मिलकर किसानों के हक को छीनने का प्रयास कर रहे हैं।
घटना के दौरान पुलिस की मौजूदगी
घटना के दौरान मौके पर पुलिस भी मौजूद थी, जिसने स्थिति को शांत कराने का प्रयास किया। हालांकि, इस बहस के बाद हड़वा गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीण मुआवजे की मांग को लेकर अभी भी धरने पर डटे हुए हैं।
ग्रामीणों की क्या है मांग
ग्रामीणों का कहना है कि सोलर प्लांट का काम तभी शुरू हो, जब कंपनी उनकी जमीन का उचित मुआवजा दे और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए स्पष्ट नियम बनाए जाएं।