दो प्लेटफॉर्म और सुविधाओं के बावजूद बड़ी खाटू रेलवे स्टेशन की अनदेखी

बड़ी खाटू। जायल तहसील के एक मात्र रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध दो प्लेटफॉर्म और अन्य सुविधाओं के बावजूद एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से स्थानीय निवासियों में भारी रोष है। रेलवे स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय, स्वच्छता सुविधाएं, और पर्याप्त प्लेटफॉर्म जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं होने के बावजूद रेलवे प्रशासन द्वारा एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को बंद कर देना क्षेत्रवासियों के लिए गंभीर समस्या बन गया है।

ग्रामीणों और यात्रियों का कहना है कि बड़ी खाटू रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन सैकड़ों लोग यात्रा करते हैं। इनमें छात्र, नौकरीपेशा लोग, व्यापारी और अन्य यात्री शामिल हैं। एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव बंद होने से इन यात्रियों को नजदीकी अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों तक जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इससे न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि आर्थिक रूप से भी उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों ने मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया। उनका कहना है कि बड़ी खाटू रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त यात्री संख्या होने के बावजूद एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव बंद करना क्षेत्र के प्रति रेलवे प्रशासन की अनदेखी को दर्शाता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बड़ी खाटू क्षेत्र के लोग रेलवे सुविधाओं के लिए पहले ही लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि ट्रेनों के ठहराव की बहाली से न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी सहायक होगा। बड़ी खाटू रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव शुरू होने से आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोग भी लाभान्वित होंगे।

रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन के दौरान स्थानीय निवासियों ने अपनी मांगों को लेकर स्टेशन मास्टर से मुलाकात की। स्टेशन मास्टर ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को रेलवे के उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही इस मामले में जल्द से जल्द समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। उनका कहना है कि रेलवे प्रशासन को इस मुद्दे को प्राथमिकता से हल करना चाहिए, क्योंकि यह क्षेत्रवासियों की जरूरतों और विकास से जुड़ा हुआ है।यह मामला स्थानीय लोगों के लिए गंभीर है, क्योंकि बड़ी खाटू रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त सुविधाएं होने के बावजूद ट्रेनें नहीं रुकना सरकार और रेलवे प्रशासन की नीतियों पर सवाल खड़ा करता है। क्षेत्रवासियों ने उम्मीद जताई है कि उनकी आवाज को सुना जाएगा और उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा।

Related Posts

सरकारी कर्मियों की तैनाती के बाद रॉयल्टी कलेक्शन में 40% तक गिरावट, प्रशासन मौन बड़ी खाटू, नागौर: बड़ी खाटू खनन क्षेत्र में…

Continue reading

इंदिरा गांधी पर बयान से बढ़ा सियासी पारा, कांग्रेस ने तेज किया प्रदर्शन जयपुर| राजस्थान विधानसभा में सियासी भूचाल जारी है! पूर्व…

Continue reading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *