
बड़ी खाटू पंचायत में विभाजन की मांग तेज, 20 जनवरी को सौंपा जाए सकता है ज्ञापन
नागौर। जिले की ऐतिहासिक बड़ी खाटू पंचायत इन दिनों पंचायत विभाजन की मांग को लेकर चर्चा में है। करीब 14,000 की आबादी, 25 वार्ड और बड़े भू-भाग वाली इस पंचायत के ग्रामीण अब विकास में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए प्रशासन को ज्ञापन देने की तैयारी कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इतने बड़े क्षेत्र में प्रशासनिक कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।पंचायत क्षेत्र में रहने वाले लोग बताते हैं कि दूर-दराज के गांवों के लिए पंचायत मुख्यालय तक पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं है। छोटी-छोटी समस्याओं, जैसे प्रमाण पत्र बनवाना या सरकारी योजनाओं का लाभ लेना, के लिए उन्हें दिनभर का समय और खर्च करना पड़ता है। विकास कार्य भी बड़े क्षेत्र के कारण सुचारू रूप से नहीं हो पा रहे हैं।पंचायत समिति सदस्य महबूब अली तेली ने बताया हैं,की “हमारे गांव में सड़क और पानी की समस्या वर्षों से है, लेकिन पंचायत का क्षेत्रफल बहुत बड़ा होने के कारण समस्याओं से निजात पाना बहुत मुश्किल होता है। अगर पंचायत विभाजित हो जाए, तो शायद हमारी समस्याएं जल्दी हल हो सकें।”
ग्रामीणों की मांग और ज्ञापन की तैयारी
ग्रामीणों ने पंचायत विभाजन को लेकर 20 जनवरी को जिला प्रशासन को ज्ञापन देने का निर्णय लिया है। इस ज्ञापन में वे पंचायत विभाजन के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों को बेहतर बनाने और विकास योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की मांग करेंगे। पंचायत के वार्ड सदस्यों और स्थानीय संगठनों ने भी इस मांग का समर्थन किया है।”इतने बड़े क्षेत्र में हर वार्ड तक विकास कार्य पहुंचाना मुश्किल हो रहा है। पंचायत विभाजन से प्रशासनिक कामकाज सुगम होगा और हर गांव को उसका हक मिलेगा।”
ग्रामीणों की उम्मीदें और आगे की योजना
ग्रामीण अब इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि उनका ज्ञापन सरकार तक पहुंचेगा और उनकी समस्याओं का समाधान निकलेगा। ज्ञापन देने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी कि प्रशासन इस मांग को कैसे देखता है।“यह विभाजन सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि हमारे भविष्य के विकास की कुंजी है,” उपसंपरंच अब्दुल रहीम चौहान कहते हैं।