
नागौर, राजस्थान। जिले में आभूषणों की खरीद-फरोख्त में बड़े फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है। स्थानीय ज्वेलर्स द्वारा 17 कैरेट के सोने पर 22 कैरेट की सील लगाकर ग्राहकों को धोखा देने की खबरें सामने आई हैं। इस घटना ने न केवल ग्राहकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, बल्कि प्रशासन और उपभोक्ता संरक्षण विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।

ज्वेलर्स का फर्जीवाड़े का तरीका
सूत्रों के अनुसार, कुछ ज्वेलर्स कम गुणवत्ता वाले 17 कैरेट के सोने को 22 कैरेट के नाम पर बेच रहे हैं। आभूषणों पर नकली हॉलमार्क और गुणवत्ता प्रमाणपत्र का इस्तेमाल कर ग्राहकों को गुमराह किया जा रहा है। ग्राहक, जो भरोसे के साथ आभूषण खरीद रहे हैं, जांच के दौरान खुद को ठगा हुआ पा रहे हैं।
प्रशासन को सख्ती रखने की जरूरत
मामले के तूल पकड़ने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।जिला कलेक्टर ने कहा, “यह घटना गंभीर है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। संबंधित दुकानों की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
राजेश शर्मा ने बताया, “मैंने शादी के लिए एक हार खरीदा था, जिसे 22 कैरेट बताया गया। जब मैंने उसकी जांच करवाई, तो पता चला कि यह केवल 17 कैरेट का था। यह मेरे लिए बड़ा झटका था।”
सीमा देवी ने कहा कि ज्वेलर्स के प्रति उनका भरोसा टूट गया है और अब वह किसी भी खरीदारी से पहले पूरी जांच-पड़ताल करेंगी